रोहित शर्मा का संन्यास: हिटमैन की विदाई, एक युग का अंत

(FILES) India’s captain Rohit Sharma celebrates after scoring a century (100 runs) during the second day of the fifth Test cricket match between India and England at the Himachal Pradesh Cricket Association Stadium in Dharamsala on March 8, 2024. Sharma on May 7, 2025 announced his retirement from Test cricket ahead of the team’s tour of England starting next month, but will continue to play the shorter 50-over format. (Photo by Sajjad HUSSAIN / AFP) / — IMAGE RESTRICTED TO EDITORIAL USE – STRICTLY NO COMMERCIAL USE —

रोहित शर्मा, जिनका जन्म 30 अप्रैल 1987 को नागपुर में हुआ, ने अपने करियर की शुरुआत एक मध्यमवर्गीय परिवार से की। 2007 में आयरलैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू करने वाले रोहित ने जल्द ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 2013 में टेस्ट डेब्यू के बाद, उन्होंने बल्लेबाज़ी में एक नया आयाम जोड़ा और बाद में कप्तानी में भी अपनी छाप छोड़ी।

रोहित ने अपने 18 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 499 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 19,700 से अधिक रन बनाए, जिसमें 47 शतक और 103 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ इस प्रकार हैं:

  • टी20 विश्व कप 2024: रोहित की कप्तानी में भारत ने 29 जून 2024 को बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराकर टी20 विश्व कप जीता। इस जीत के बाद रोहित ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास की घोषणा की।
  • आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: रोहित ने भारत को इस खिताब तक पहुँचाया, जो उनके कप्तानी करियर का दूसरा आईसीसी खिताब था।
  • टेस्ट क्रिकेट में योगदान: 67 टेस्ट मैचों में 4,301 रन, 12 शतक, और 18 अर्धशतक के साथ, रोहित ने भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई। उनकी 212 रनों की पारी (2019, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) टेस्ट में उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी मानी जाती है।
  • वनडे में रिकॉर्ड: रोहित के नाम वनडे में तीन दोहरे शतक हैं, जो एक विश्व रिकॉर्ड है। उनकी 264 रनों की पारी (2014, श्रीलंका के खिलाफ) आज भी वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी है।

टी20 संन्यास: एक सुनियोजित कदम

29 जून 2024 को टी20 विश्व कप फाइनल में भारत की जीत के बाद, रोहित ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मेरे लिए यह उचित नहीं था कि मैं और टी20 खेलूँ। मैंने वो सब हासिल कर लिया जो मैं चाहता था। अब युवाओं को मौका देने का समय है।” इस फैसले ने प्रशंसकों को चौंकाया, लेकिन उनकी सोच स्पष्ट थी।

  • विश्व कप जीत: रोहित ने अपने टी20 करियर का अंत विश्व कप ट्रॉफी के साथ किया, जिसमें उन्होंने 4,231 रन बनाए, जो टी20 इंटरनेशनल में दूसरा सर्वाधिक स्कोर है।
  • युवा पीढ़ी को मौका: सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल, और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ियों को मौका देने के लिए रोहित ने यह कदम उठाया।
  • कप्तानी की विरासत: रोहित ने 62 टी20 इंटरनेशनल में भारत की कप्तानी की, जिसमें 49 जीत शामिल हैं, जो उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।

टेस्ट संन्यास: एक चौंकाने वाला फैसला

7 मई 2025 को रोहित ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “सभी को नमस्ते, मैं बस यह साझा करना चाहता हूँ कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूँ। मेरे देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात रही।” यह घोषणा इंग्लैंड के खिलाफ पाँच टेस्ट मैचों की सीरीज़ से ठीक पहले आई, जिसने कई सवाल खड़े किए।

कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:

  • खराब फॉर्म: 2024-25 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3-0 की हार और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में निराशाजनक प्रदर्शन (5 पारियों में 6.20 का औसत) ने रोहित पर दबाव बढ़ाया। सिडनी टेस्ट में उन्होंने खुद को प्लेइंग XI से बाहर किया था।
  • चयन समिति का संदेश: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई और चयन समिति ने रोहित को संकेत दिया कि इंग्लैंड दौरे के लिए नया कप्तान चुना जाएगा। इससे पहले कि टीम की घोषणा हो, रोहित ने संन्यास ले लिया।
  • नई पीढ़ी की तैयारी: रोहित ने शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, और ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ियों को नेतृत्व और बल्लेबाज़ी की जिम्मेदारी सौंपने के लिए यह कदम उठाया।
  • फिटनेस और कार्यभार: 38 साल की उम्र में, रोहित ने टेस्ट क्रिकेट की शारीरिक मांगों को देखते हुए वनडे पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया।

रोहित शर्मा का योगदान: रनों से परे

रोहित शर्मा का प्रभाव उनके रनों या खिताबों तक सीमित नहीं है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को कई मायनों में बदल दिया:

  • आक्रामक बल्लेबाज़ी: रोहित ने ओपनिंग में एक नया आयाम जोड़ा। उनकी 212 और 176 (2019, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) जैसी पारियों ने टेस्ट क्रिकेट में आक्रामकता को बढ़ावा दिया।
  • कप्तानी की मिसाल: रोहित ने 59 टेस्ट में से 32 में भारत की कप्तानी की, जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में ऐतिहासिक जीत शामिल हैं। उनकी शांत और रणनीतिक कप्तानी ने युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया।
  • आईपीएल में विरासत: मुंबई इंडियन्स को पाँच आईपीएल खिताब (2013, 2015, 2017, 2019, 2020) जिताने वाले रोहित सबसे सफल आईपीएल कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में युवा खिलाड़ी जैसे जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या उभरे।
  • प्रशंसकों का हीरो: रोहित की सादगी, हास्य, और मैदान पर जोश ने उन्हें प्रशंसकों का चहेता बनाया। उनकी “हिटमैन” छवि ने क्रिकेट को और रोमांचक बनाया।

भविष्य की योजनाएँ: रोहित अब क्या करेंगे?

रोहित ने स्पष्ट किया कि वह वनडे क्रिकेट में भारत का नेतृत्व करना जारी रखेंगे। कुछ संभावनाएँ इस प्रकार हैं:

  • वनडे में नेतृत्व: रोहित 2027 वनडे विश्व कप तक भारत के लिए खेलना चाहते हैं। उनकी फिटनेस और आक्रामक बल्लेबाज़ी इसे संभव बना सकती है।
  • आईपीएल 2025 और उसके बाद: रोहित मुंबई इंडियन्स के लिए खेलना जारी रखेंगे, और शायद भविष्य में कोचिंग या मेंटर की भूमिका निभाएँ।
  • सामाजिक कार्य: रोहित अपनी पत्नी रितिका सजदेह के साथ सामाजिक पहलों में सक्रिय हैं। वह शिक्षा और खेल को बढ़ावा देने पर ध्यान दे सकते हैं।
  • मीडिया और कमेंट्री: रोहित की हाज़िरजवाबी और क्रिकेट ज्ञान उन्हें कमेंट्री या विश्लेषण में लोकप्रिय बना सकता है।

प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएँ

रोहित के संन्यास की घोषणा के बाद X पर प्रशंसकों की भावनाएँ उमड़ पड़ीं। एक यूजर ने लिखा, “रोहित भाई, आपने हमें चेन्नई में वो 127 और ओवल में वो शतक दिया। आप हमेशा हिटमैन रहेंगे!” एक अन्य प्रशंसक ने कहा, “टेस्ट में आपकी कमी खलेगी, लेकिन वनडे में अभी बहुत कुछ बाकी है।”

पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने लिखा, “इंग्लैंड में रोहित की वो पारियाँ हमेशा याद रहेंगी। शुभकामनाएँ, कप्तान!” ध्रुव जुरेल ने कहा, “मेरे पहले कप्तान, रोहित भैया, रिटायरमेंट की बधाई।”

विवाद और आलोचनाएँ

रोहित के संन्यास ने कुछ विवाद भी खड़े किए। पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने कहा, “रोहित को सोशल मीडिया पर नहीं, बल्कि मैदान पर विदाई मिलनी चाहिए थी।” संजय मांजरेकर ने उनकी फिटनेस और हालिया फॉर्म पर सवाल उठाए, जिसे कई प्रशंसकों ने अनुचित बताया।

बीसीसीआई पर भी सवाल उठे कि रोहित के संन्यास को बेहतर तरीके से हैंडल किया जा सकता था। कुछ का मानना है कि चयन समिति ने रोहित को कप्तानी से हटाने का दबाव बनाया, जिसके बाद उन्होंने संन्यास चुना। हालांकि, बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने स्पष्ट किया कि यह रोहित का निजी फैसला था।

रोहित शर्मा – एक अनमोल हीरा

रोहित शर्मा का संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा बदलाव है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा बरकरार रहेगी। उन्होंने न केवल रन बनाए, बल्कि नेतृत्व, जुनून, और खेल भावना का उदाहरण पेश किया। टी20 और टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद, प्रशंसक अब वनडे में उनके बल्ले से और जादू देखने को बेताब हैं।

रोहित ने एक साक्षात्कार में कहा, “जब मुझे लगेगा कि मैं अब योगदान नहीं दे सकता, मैं खुद रुक जाऊँगा।” आज, वह उसी आत्मविश्वास के साथ टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं, यह जानते हुए कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।

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